नई दिल्ली – Sourabh Chandrakar : अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए उस शख्स ने पानी की तरह पैसे बहाए। मेहमानों के आने और जाने के लिए चार्टर प्लेन का इंतजाम किया। 120 करोड़ में वेडिंग प्लानर हायर किया जिसमें 42 करोड़ कैश दिए। बताया जा रहा है कि उसने कुल 200 करोड़ खर्च किए जिसके बाद वो प्रवर्तन निदेशालय की नजरों में आ चुका है। ईडी अब तक उसकी 417 करोड़ की संपत्ति अटैच कर चुकी है।
महादेव सट्टा का किंग है सौरभ
ऑनलाइन सट्टेबाजी का सिंडिकेट चलाकर देश को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले सौरभ चंद्राकर अपनी शादी में 200 रुपये उड़ाकर चर्चा में है। अपने पार्टनर रवि उप्पल के साथ दुबई में बैठकर भारत में सट्टेबाजी का कारोबार चलाने वाले सौरभ चंद्राकर ने फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात में अपनी शादी पार्टी में 200 रुपये खर्च कर दिए।
चंद्राकर की यूएई में हुई शादी
सौरभ चंद्राकर अपने सहयोगी रवि उप्पल के संग मिलकर महादेव ऐप का प्रमोटर है। आरोप है कि ऐप की आड़ में दोनों सट्टेबाजी का सिंडिकेट चलाया करते हैं। सौरभ चंद्राकर की शादी हाल ही में यूएई में हुई। यहां के एक बड़े शहर में आरएके में यह शादी हुई। इसमें शामिल होने को लेकर नागपुर से मेहमान यूएई पहुंचे. यहां पर बॉलीवुड के सितारों का जमावड़ा भी लगा रहा। उन्हें भी भुगतान के रूप में कैश पे किया गया।
शादी में जुटे बॉलीवुड के दिग्गज
इस पार्टी में दर्जन से अधिक बॉलीवुड सिंगर, एक्टर और कॉमेडियन शामिल हुए, जिन्होंने अपना हुनर दिखाय़ा और इसकी एवज में पैसे भी लिए। इन कलाकारों में, टाइगर श्राफ और कृष्णा अभिषेक के अलावा सनी लियोनी भी शामिल है। इसमें कुल 14 बॉलीवुड से जुड़े कलाकार शामिल हुए थे।
शादी में सनी लियोनी ने लगाया ठुमका
महादेव ऐप का एक अन्य प्रमोटर और सौरभ का साथी उप्पल इंजीनियर है। उप्पल भी सट्टेबाजी में पैसे हार चुका था। इसके बाद दोनों साथ में दुबई चले गए थे। इसके बाद वह बार, कसिनो और सट्टेबाजी की दुनिया में उतर गए। धीरे-धीरे दोनों ने मिलकर ठगी का विशाल साम्राज्य खड़ा किया। हजारों करोड़ रुपए कमाए।चंद्रकार और उसके साथियों ने 51 से अधिक सट्टेबाजी वेबसाइट और ऐप बनाए। छोटी रकम लगाने पर बड़ा मुनाफा देकर लोगों का लालच बढ़ाते थे और जब कोई बड़ी रकम लगाता था तो हड़प लेते थे।
कभी जूस बेचता था सौरभ
ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए ‘महादेव ऐप’ चलाने वाला सौरभ इसका प्रमोटर भी है, कभी इनका परिवार बेहद गरीब था और यह खुद भी जूस बेचा करता था, सौरभ और उसका साथ प्रमोटर छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। करीबियों के मुताबिक, सौरभ और रवि उप्पल बेहद सामान्य परिवार से हैं। दोनों का बचपन भी बेहद गरीबी में बीता है, जहां सौरभ जूस बेचता था, वही रवि उप्पल भी छोटा-मोटा काम करता था।
अधिक पढ़ा-लिखा नहीं है आरोपी
सौरभ के बारे में कहा जाता है कि वह अधिक पढ़ा-लिखा भी नहीं है। बचपन बहुत संघर्षों में गुजरा है, इसलिए वह ठीक से पढ़ाई नहीं कर सका। छोटी उम्र में ही काम करने लगा। परिवार की जरूरत और अपना पेट पालने के लिए वह भिलाई में ही सड़क किनारे जूस बेचने का काम करता था. दुकान का नाम था महादेव जूस सेंटर है।
जूस की दुकान में चलाता था सट्टे का रैकेट
करीबियों की मानें तो जूस बेचने के बाद शाम को वह जुआ खेलता था। जो भी उसकी दुकान पर आते उन्हें सट्टा खेलने के लिए प्रेरित कऱता था। एक समय ऐसा आया जब वह जूस का काम छोड़कर पूरी तरह से ऑनलाइन सट्टेबाजी के सिंडिकेट में प्रवेश कर गया।
गरीबी से अमीरी का सफर
कभी दो वक्त की रोटी का मोहताज रहने वाला सौरभ चंद्राकर अब रोजाना लाखों रुपये मुनाफा कमाता है। यह भी कहा जाता है कि वह 20,000 करोड़ रुपये का सट्टा लोगों को खिलवा चुका है। अब वह पुराने दिन भूल चुका है। मौका मिलने पर वह पार्टी करता है जमकर पैसे उड़ाता है। यही वजह है कि इस साल जब उसने यूएई में अपनी शादी की पार्टी दी तो 200 करोड़ रुपये कुछ मिनटों में लुटा दिए।
शेयर मार्केट में करता था निवेश
ईडी ने छापरिया और उसके साथी गोविंद केडिया के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उनकी कंपनियों परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, एक्जिम जनरल ट्रेडिंग एफजेसीओ और टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी ने भी भारतीय शेयर बाजारों में भारी निवेश किया है। यह निवेश एफपीआई रूट के जरिए किया गया है। ईडी ने कहा कि विकास छापरिया की कंपनियों की 236 करोड़ रुपये की एसेट्स को पीएमएलए के तहत फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की एसेट भी फ्रीज कर दी गई है।