Mathura Refinery Blast : आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मौजूद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की रिफाइनरी में हुए भीषण विस्फोट में करीब 12 लोग घायल हो गए। ये घटना गुजरात के वडोदरा में इंडियन ऑयल रिफाइनरी में हुए विस्फोट के एक दिन बाद हुई है, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी।
1 महीने बाद चालू किया गया था प्लांट
मथुरा स्थित इंडियन मिल रिफाइनरी में वैक्यूम यूनिट में क्रूड मिल को फिल्टर किया जाता है इस प्लांट का मरम्मत कार्य चल रहा था। जिसकी वजह से एक महीने से अधिक समय तक प्लांट बंद था। मंगलवार को इस ट्रायल किया गया था। इसी दौरान अचानक धमाका के बाद आग लग गई। प्रोडक्शन मैनेजर समेत 8 लोगों की झुलसने की खबर मिल रही है।
मेन प्लांट की वैक्यूम इकाई में लगी आग
मेंटीनेंस वर्क के लिए डेढ़ महीने बंद रहने के बाद मेन प्लांट की वैक्यूम इकाई (एवीयू) में विस्फोट के बाद आग लग गई। घायलों में आठ कर्मचारी झुलस गए, जिनमें से पांच का रिफाइनरी के मेडिकल सेंटर में तुरंत इलाज किया गया। बयान में कहा गया है कि गंभीर रूप से घायल तीन कर्मचारियों को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पाठक के अनुसार, एक कर्मचारी 50 प्रतिशत झुलस गया, जबकि दो अन्य 20 प्रतिशत झुलस गए हैं। बाकी पांच कर्मचारी जिन्हें मामूली चोटें आई हैं।
अस्पताल में इलाज जारी
वर्तमान में रिफाइनरी के अस्पताल में सभी इलाज करा रहे हैं। विस्फोट की आवाज रात 8:30 से 9 बजे के बीच सुनी गई, जिससे मेन प्लांट के पास कई कर्मचारी घायल हो गए।कुमार ने कहा कि रिफाइनरी ने शुरू में आग को खुद कंट्रोल करने की कोशिश की और अधिकारियों को सूचना दी। सभी प्रभावित कर्मचारियों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है, जबकि गंभीर स्थिति वाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने रिफाइनरी के सामने हाईवे पर यातायात को कुछ देर के लिए रोक दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को घायलों की पूरी मदद करने और उनका अच्छा से अच्छा इलाज कराने के निर्देश दिये हैं।
घटना की जांच के आदेश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब मथुरा रिफाइनरी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। रिफाइनरी प्रबंधन ने घटना के कारणों की जांच करने के आदेश जारी किए हैं।