नई दिल्ली – Diwali 2023: आगामी 15 अक्टूबर से नवरात्र शुरू होने जा रहा है और इसके साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा। एक महीने के भीतर दिवाली त्योहार 2023 ( Diwali Festival) मनाजा जाएगा। इस बार दिवाली का त्योहार 12 नवंबर को मनाया जाएगा, क्योंकि इस दिन अमावस्या पड़ रही है।
ज्योतिषियों और पंडितों के मुताबिक, अमावस्था इस साल 12 नवंबर को दोपहर ठीक दोपहर 2 बजकर 22 मिनट से शुरू होगी। इसके बाद अमावस्या 13 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। कुल मिलाकर हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
13 नंवबर को धनतेरस
इस साल दिवाली का त्योहार तो 12 नवंबर (रविवार) को मनाया जाएगा और छोटी दिवाली 11 नवंबर को मनाई जाएगी। इसे नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi 2023) भी कहा जाता है, जबकि धनतेरस का त्योहार 10 नवंबर को मनाया जाएगा।
हिंदू धर्म की मान्यता की अनुसार, धनतेरस पर बर्तन, गहने समेत अन्य खरीदारी को शुभ माना जाता है। हिंदु समुदाय के लोग धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदने को प्राथमिकता देते हैं।
शुभ मुहूर्त
जानकारों के मुताबिक, अमावस्या की तिथि आगामी 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी, इसके बाद 13 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट तक रहेगी।
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त
पुजारियों के अनुसार, दिवाली के दिन यानी 12 नवंबर को लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 5 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर शाम 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। यहां जान लें कि दिवाली पर पूजा की कुल अवधि सिर्फ 1 घंटा 56 मिनट की ही रहेगी।
क्यों मनाते हैं कि दिवाली त्योहार?
हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली है। लंका पर विजय हासिल कर पूरे 14 वर्ष बाद श्रीरामचंद्र अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे थे। इसी खुशी में अयोध्या में हर्ष मनाया गया था। इसी संदर्भ में प्रत्येक वर्ष दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
दरअसल, दिवाली का पर्व धनतेरस से शुरू होता है, गोबरधन पूजा और भाई दूज त्योहार तक रहता है। देश ही नहीं दुनिया में भी हिंदुओं के अलावा, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों द्वारा भी दिवाली त्योहार मनाया जाता है।
दिवाली पर होती है लक्ष्मी की पूजा
दिवाली त्योहार पर लक्ष्मी और गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी का पूजन होता है। मान्यता है कि जिस व्यक्ति के पास ज्ञान होता है इसके पास धन भी रहता है।
यही वजह है कि इस दिन भगवान गणेश की भी पूजा की जाती है। अमावस्या पर अगर माता लक्ष्मी किसी पर प्रसन्न हो जाती है तो उसे आरोग्य की प्राप्ति होती है और धन की भी वर्षा होती है।