नई दिल्ली – ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका वाले गुट BRICS में 6 नए सदस्य जुड़ गए हैं। साउथ अफ्रीका में हुए सम्मेलन में अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को BRICS का सदस्य बनाने पर फैसला हुआ। जोहानिसबर्ग में तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने पांच देशों के समूह के विस्तार पर निर्णय की घोषणा की। अब सवाल उठता है कि क्या 6 नए सदस्यों के आने के बाद ब्रिक्स का नाम बदल जाएगा। ब्रिक्स के शेरपा अनिल सूकलाल ने इस सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स का नाम बदलने की जरूरत नहीं है। राजनयिक ने कहा, मुझे ऐसा नहीं लगता, क्योंकि ब्रिक्स ने खुद को एक वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित कर लिया है। अनिल सूकलाल ने कहा, ये शब्द विश्व स्तर पर स्वीकार्य है. शेरपा या विदेश मंत्रियों या नेताओं के स्तर पर हमारी चर्चा के दौरान कभी भी नाम बदलने का मुद्दा नहीं उठा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ब्रिक्स अब केवल पांच देशों के बारे में नहीं है। यह उन सभी के बारे में है जो ब्रिक्स का हिस्सा हैं।
जनवरी से बन जाएगे ब्रिक्स का हिस्सा
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि नए सदस्य एक जनवरी, 2024 से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि विस्तार प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानदंडों और प्रक्रियाओं को मजबूत करने के बाद नए सदस्यों के बारे में निर्णय पर सहमति बनी। रामफोसा ने कहा कि ब्रिक्स विस्तार प्रक्रिया के पहले चरण पर हमारी आम सहमति है। उन्होंने कहा कि हमने अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने का फैसला किया है। रामफोसा ने आगे कहा कि हम ब्रिक्स के साथ साझेदारी बनाने में अन्य देशों के हितों को महत्व देते हैं। हमने अपने विदेश मंत्रियों को ब्रिक्स साझेदारी मॉडल तथा संभावित देशों (जो समूह में शामिल होना चाहते हैं) की सूची विकसित करने का काम सौंपा है।
क्या बोले पीएम नरेंद्र मोदी?
बता दें कि ब्रिक्स में विस्तार के संबंध में नए सदस्यों के चयन में सर्वसम्मति बनाने में भारत ने अहम भूमिका निभाई है। 6 और देशों के इस समूह का हिस्सा बनने को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ”मुझे खुशी है कि तीन दिन के विचार-विमर्श से कई सकारात्मक नतीजे निकले।” पीएम मोदी 24 अगस्त तक चलने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे हैं।
समूह के नेताओं की मीडिया ब्रीफिंग में पीएम मोदी ने कहा, ”हमने ब्रिक्स के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।” उन्होंने कहा, ”भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन किया है, उसका मानना है कि नए सदस्यों के जुड़ने से समूह और मजबूत होगा।”
पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के विस्तार का निर्णय बहुध्रुवीय दुनिया में कई देशों के विश्वास को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा, ”मुझे खुशी है कि हमारी टीम ब्रिक्स के विस्तार के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों, प्रक्रियाओं पर एक साथ सहमत हुई हैं।” उन्होंने कहा कि इन सभी देशों के साथ भारत के बहुत गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं।