नई दिल्ली – टमाटर के बाद प्याज की महंगाई ने आम आदमी के ‘आंसू’ निकालने शुरू कर दिए है। अब सरकार इससे बड़ी राहत देने जा रही है। दरअसल, सहकारी संस्था नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) लोगों को प्याज की उच्च कीमतों से राहत देने के लिए 21 अगस्त से दिल्ली में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर सरकारी ‘बफर स्टॉक’ से इसकी खुदरा बिक्री शुरू करेगा। एनसीसीएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ दिल्ली एनसीआर के लोगों को प्याज की कीमतों ने रुलाना शुरू कर दिया था। शनिवार और रविवार को दिल्ली के ही अलग-अलग इलाकों में प्याज की कीमतें 50 रुपये और उससे ज्यादा देखने को मिली थी। अब सरकार ने टमाटर की कीमतों से सबक लेते हुए तुरंत प्याज की कीमतों को अपने हाथों में ले लिया है। आज यानी सोमवार से सरकारी आउटलेट पर सरकार प्याज की सेल लगाने जा रही है। जहां पर प्याज की कीमतें 25 रुपये प्रति किलोग्राम होंगी। वास्तव में सरकार ने तीन लाख मीट्रिक टन के शुरुआती खरीद टारगेट को हासिल करने के बाद, इस साल प्याज बफर की मात्रा बढ़ाकर पांच लाख मीट्रिक टन कर दी है।
उपभोक्ता मामले विभाग ने अतिरिक्त खरीद टारगेट को हासिल करने के लिए राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (नेफेड) को लगभग एक लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने का भी निर्देश दिया है। खरीद के साथ-साथ दोनों बॉडीज 21 अगस्त 2023 से एनसीसीएफ के आउटलेट और मोबाइल वैन के माध्यम से 25 रुपये प्रति किलोग्राम पर प्याज की रिटेल बिक्री करेगी।
सरकार ने शुरू कर दिया था बफर स्टॉक तैयार करना
सरकार ने जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में अन्य एजेंसियों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को शामिल करके प्याज की रिटेल सेल को उचित रूप से बढ़ाया जाएगा। पिछले हफ्ते की शुरुआत में, भारत के कुछ हिस्सों में प्याज की बढ़ती कीमतों के बीच, केंद्र सरकार ने अपने बफर स्टॉक से प्याज को जारी करना शुरू कर दिया था। सरकार द्वारा दी गई नई जानकारी के अनुसार, प्रमुख बाजारों राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टारगेट बनाकर बफर से प्याज का निपटान शुरू हो गया है।
टरगेटिड मार्केट वे हैं जहां रिटेल प्राइस अखिल भारतीय औसत से ऊपर हैं और/या पिछले महीने की तुलना में काफी अधिक हैं। सरकार के अनुसार बफर से लगभग 1,400 मीट्रिक टन प्याज टारगेटिड मार्केट्स में भेज दिया गया है और उपलब्धता बढ़ाने के लिए इसे लगातार जारी किया जा रहा है।
सरकारी आंकड़ों में बढ़ीं थी प्याज की कीमतें
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रविवार को प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 19 प्रतिशत बढ़कर 29.73 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। दिल्ली में उक्त अवधि में प्याज की खुदरा कीमत 28 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 37 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
यदि कम सप्लाई वाले मौसम के दौरान दरें काफी बढ़ जाती हैं, तो किसी भी आपात स्थिति को पूरा करने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के तहत बफर स्टॉक बनाए रखा जाता है। सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 2.51 लाख टन का बफर प्याज बनाए रखा था।